लेखक को अपनी दादी माँ की याद के साथ-साथ बचपन की और किन-किन बातों की याद आ जाती हैं?
लेखक को दादी मां की याद आई। इसके अलावा उन्हें ये भी याद आया कि किस तरह क्वार के महीने में तालाब से बदबूदार पानी में नहाते थे| उसे ये भी याद आया कि दादी मां कैसे बार—बार ज्वर में उसका सिर और पेट छूकर देखतीं। दिन—रात चारपाई के पास बैठी रहतीं। कभी दालचीनी का लेप लगातीं तो कभी गीले कपड़े से बदन सहलातीं। दादी मां को गंवई—गांव की पचासों किस्म की दवाओं के नाम याद थे। दादी मां खूब साफ—सफाई रखती थीं। दादी मां के मन में सभी के लिए अथाह प्रेम था। वो हमेशा सबकी मदद को तैयार रहती थीं।